शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

प्रत्यय

                                                 प्रत्यय 

प्रत्यय की परिभाषा [  डेफिनेशन ] - जो शब्दांश किसी शब्द के अंत में लगकर उसके [ शब्द के  ] अर्थ को प्रभावित करते है उन्हें प्रत्यय कहते है जैसे एक शब्द है बलहीन यहाँ  बल  साथ हीन प्रत्यय है 
जैसे   -   धर्म  + इक   = धार्मिक 
              पशु  +  ता    = पशुता 
              लिख  + अक  = लेखक 
              सेना  + इक   =  सैनिक

प्रत्यय के भेद  :-   प्रत्यय सरंचना की दृष्टी से दो प्रकार के होते है 

                          1.  कृत 
                          2.  तध्दित 
1.   कृत  प्रत्यय - धातुओं के अंत में लगकर संज्ञा , विशेषण तथा अव्यय बनाने वाले प्रत्यय को कृत प्रत्यय कहते है | इनके योग के बने शब्दों को कृदंत  [ कृत + अंत ] कहते है | 
      
      धातु - क्रिया के मूल रूप को अथवा क्रिया में मूल शब्दों को धातु कहते है जैसे  - खेलता , खेलने , खेल रहा , खेल रही , खेला , खेले आदि  में खेल धातु है धातु का अर्थ है क्रिया के सभी रूपों को धारण करने वाला मूल | 
      
     हिंदी में क्रियाओ के  अंत में [ ना ] हटा देने पर जो अंश रह जाता है वही  धातु है 

  • कृत प्रत्यय के पांच भेद होते है 
















कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you for contacting hindi store ! Please let us know how we can help you.

प्रत्यय

                                                  प्रत्यय  प्रत्यय की परिभाषा [  डेफिनेशन ] -  जो शब्दांश किसी शब्द के अंत में लगकर उसके [ श...