भाषा में शुद्ध बोलना और शुद्ध लिखना दोनों ही आवश्यक है | शब्द या वाक्य अशुद्ध लिखने से भाषा दोषपूर्ण हो जाती है और विचर तथा भावों की अभिव्यक्ति में भी अंतर् आ जाता है | इसलिए शुद्ध लिखनें का अभ्यास करना अत्यंत आवशयक है |
- अशुद्ध शुद्ध
- आंख - आँख
- आधीन - अधीन
- ऐक - एक
- आयू - आयु
- अस्नान - स्नान
- गती - गति
- कवी - कवि
- उज्वल - उज्जवल
- इतिहासिक - ऐतिहासिक
- अर्ध - अर्द्ध
- दयालू - दयालु
- तलाब - तालाब
- बारात - बरात
- हनूमान - हनुमान
- धोका - धोखा
- हिरन - हरिण
- चहाना - चाहना
- मुकट - मुकुट
- जजमान - यजमान
- कलस - कलश
- परियाप्त - पर्याप्त
- सन्मुख - सम्मुख
- रक्खा - रखा
- अनेकों - अनेक
- व्यवहारिक - व्यवाहारिक
- दोहरा - दुहरा
- प्रक्रति - प्रकुति
- झूंठ - झूठ
- तत्कालीन - तात्कालिन
- अरोग्य - आरोग्य
बहुत ही बढ़िया ब्लॉग है अगर आप किसी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे है तो यह ब्लॉग आपके काम का है
जवाब देंहटाएं